An Invitation to Pause

ग्रीष्म ऋतु
ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षँ शान्ति:

पृथ्वी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति:।

वनस्पतय: शांतिर्विश्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्म शान्ति:

सर्वँ शान्ति: शान्तिरेव शान्ति: सा मा शान्तिरेधि॥

ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:॥